गाँधी है सबके लिए कार्यशाला -
इस्कॉन नीलाचल वैदिक ग्राम, तलासरी, महाराष्ट्र -
24 सितम्बर, 2019
संग्रहालय विज्ञान विभाग द्वारा 24 सितम्बर, 2019 को गांधीजी की 150 वी जयंती के उपलक्ष्य में इस्कॉन नीलाचल वैदिक ग्राम में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में कुल 40 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। गांधीजी की समग्र विचारधारा, उनके निजी जीवन से जुड़े तथ्य एवं उनके जीवन चिंतन को रचनात्मक कार्यशाला द्वारा देश के सुदूर स्थानों तक पहुँचाना इस कार्यक्रम का मुख्य ध्येय है।
तलासरी महाराष्ट्र स्थित नीलाचल वैदिक ग्राम गांधीजी के फीनिक्स एवं वर्धा आश्रम की विचारधारा से मेल खाता हुआ एक आत्मनिर्भर ग्राम है। गांधीजी द्वारा प्रतिपादित आत्मनिर्भर एवं सतत ग्राम प्रणाली की संकल्पित विचारधारा इस कार्यशाला का मुख्य आधार था। स्कूली शिक्षा,स्वच्छता एवं आत्म निर्भरता पर गांधीजी के विचार इस कार्यशाला के लिए अतिशय महत्वपूर्ण थे। ग्राम्य परिपाटी से आये हुए इन बच्चो को गांधीजी एवं उनसे जुडी वस्तुओं के बारे में विशिष्ट कार्य पद्धति एवं संग्रहालय की महत्ता बताने हेतु यह कार्यशाला अत्यंत सहायक रही।
यह कार्यशाला संकायध्यक्षा एवं विभागाध्यक्षा प्रो (डॉ) मानवी सेठ द्वारा संकल्पित कार्यप्रणाली के अंतर्गत शोध सहायक सुशांत भारती, हुमा खान एवं साक्षी कुकरेती द्वारा आयोजित की गई थी।
इस कार्यशाला के मुख्य अंग इस प्रकार थे :-
1. कथा वाचन
2. चित्र प्रदर्शनी
3. गांधीजी का पिटारा व हैंड्स ऑन एक्सपीरियंस
4. "गांधीजी व उनके सपने का गांव" विषय पर वर्ली चित्रकला
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