|
संरक्षण विभाग, भारत में कला और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में प्रशिक्षण और शोध का एक अग्रणी केन्द्र है। इस विभाग द्वारा कार्यान्वित किए जाने वाले शैक्षणिक कार्यक्रमों का उद्देश्य विद्यार्थियों को कला और सांस्कृतिक विरासत के सौन्दर्यपरक, ऐतिहासिक और सामाजिक - सांस्कृतिक महत्व को विकसित करने के लिए अनिवार्य कौशल मुहैया कराता है। अध्ययन पाठ्य साम्रगी को, संरक्षण की पद्धति के लिए आवश्यक संगत तकनीक और सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ भलीभंति एकीकृत किया गया है। इस विभाग में संरक्षण और सम्बन्धित विषयों के क्षेत्र में विद्वानों, शोध कर्ताओं और प्रैक्टिशनरों का विविध समुदाय उपलब्ध है और इनमें से अधिकांश राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तरों पर अपने अपने क्षेत्र में ख्याति प्राप्त हैं। यह वाइब्रेंट पर्यावरण का सृजन करता है, जहां छात्रों को अत्यधिक अनुभवी व्यवसायियों और शोध कर्ताओं के साथ पारस्परिक चर्चा करने का अवसर प्रदान किया जाता है। |